Saturday, March 23, 2019

Me To 2

ME TO
47 जवानों की शहादत तो परम सत्य है, उसके लिए प्रत्येक नागरिक को दुःख है और शोक है| पर,ये कैसे हुआ और कौन दोषी हैं? ये पूछने का अधिकार भी प्रत्येक नागरिक को है| सेना केवल सरकार कि नहीं है कि उसके साथ क्या हो रहा है, वह नागरिक न पूछ सके| सेना देश की है और प्रत्येक नागरिक को उसकी सुरक्षा में कहाँ और कैसे छिद्र रह गए, पूछने और सरकार को उसके लिए जिम्मेदार ठहराने का हक है| सरकार देश के नागरिकों से पृथक कोई संस्था नहीं है| वह नागरिकों के द्वारा चुनी गई, नागरिकों की निगरानी में रहने वाली, नागरिकों के लिए बनी संस्था है और नागरिकों को जबाब देह है|

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