Monday, March 14, 2011

ऐसे विकास का क्या लाभ ?


ऐसे विकास का क्या लाभ ?

पिछले चार दिनों से मैं जापान में आये विनाशकारी भूकंप और प्रलयकारी सुनामी के परिणामस्वरुप उत्पन्न त्रासदी पर अपनी संवेदना व्यक्त कराने के लिए शब्द खोज रहा था | दिन रात टी.व्ही. पर घरों , मोटर-कारों , जहाज़ों और हवाई जहाज़ों को ऐसे बहते और लुढकते देखना , जैसे कोई बच्चा अपने कमरे में खिलौंनों से खेल रहा हो , प्रकृति की शक्ति का अहसास कराने के साथ साथ ह्रदय में भयानक भय पैदा करने वाला है | क्या प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने वाला शासक वर्ग , जिसे मानवता की रत्ती मात्र फ़िक्र नहीं है , चेतेगा कि उसके सारे विकास का क्रोधित प्रकृति मात्र दो घंटे में संहार कर सकती है |

मरने वालों की विशाल संख्या , जो नहीं मिल रहे हैं , उनके जीवित रहने की कोई संभावना नहीं और उसके ऊपर न्यूक्लियर रिएक्टर्स में विस्फोट के बाद वर्त्तमान ही नहीं , आने वाली कई पीढ़ीयों के लिए एक बार पुनः विकलांग पैदा होने का अभिशाप , सोचने के लिए मजबूर करता है कि ऐसे विकास का क्या लाभ जो मानवता का ही नाश कर दे | मानवता भक्षी पूंजीवाद का विनाश ही मानवता को बचाने का एकमात्र शेष उपाय है | आईये , जापान के लोगों के लिए प्रार्थना करें |

अरुण कान्त शुक्ला   

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